आज हम एक ऐसे विषय पर चर्चा करेंगे जो बहुत ही रहस्यमय और दिलचस्प है – डार्क वेब।

आज हम एक ऐसे विषय पर चर्चा करेंगे जो बहुत ही रहस्यमय और दिलचस्प है – डार्क वेब। यह इंटरनेट का एक हिस्सा है जिसे सामान्य सर्च इंजनों से एक्सेस नहीं किया जा सकता। तो चलिए जानते हैं डार्क वेब के बारे में विस्तार से।
डार्क वेब इंटरनेट का एक हिस्सा है जो सामान्य ब्राउज़र्स जैसे गूगल क्रोम, फायरफॉक्स आदि से एक्सेस नहीं किया जा सकता। इसे एक्सेस करने के लिए खास सॉफ़्टवेयर की जरूरत होती है, जैसे कि टॉर (TOR) ब्राउज़र। डार्क वेब का उपयोग न केवल प्राइवेसी के लिए किया जाता है बल्कि इसमें कई गलत काम भी होती हैं।
चलिए अब जानते है की डार्क वेब और डिप वेब में क्या अंतर है।


डार्क वेब और डिप वेब अक्सर एक दूसरे के साथ मिलाए जाते हैं, लेकिन इन दोनों में फर्क है। डिप वेब वह हिस्सा है जो सामान्य सर्च इंजनों से एक्सेस नहीं किया जा सकता, लेकिन यह कानूनी और वैध हो सकता है जैसे कि बैंकिंग साइट्स, सदस्यता आधारित सेवाएं, और अन्य पासवर्ड-प्रोटेक्टेड साइट्स।
वही दूसरी ओर, डार्क वेब वह हिस्सा है जहां कई बार अवैध गतिविधियाँ होती हैं।
ये सब तो हम ने जान लिया आज ये भी जानना जरुरी है की इसको शुरुआत कब हुई थी।
डार्क वेब की शुरुआत 1990 के दशक के अंत में हुई जब अमेरिकी सेना ने टॉर (The Onion Router) प्रोजेक्ट को शुरुआत करने के लिए किया। इसका मुख्य उद्देश्य इंटरनेट पर प्राइवेसी और सुरक्षा को बढ़ाना था। हालांकि, समय के साथ, डार्क वेब का उपयोग अवैध गतिविधियों के लिए भी होने लगा।





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अब बारी है ये जाने की आखिर डार्क वेब पर क्या क्या मिलता है।

  1. अवैध मार्केटप्लेस: यहां ड्रग्स, हथियार, और अन्य अवैध सामान की बिक्री होती है।
  2. साइबर क्राइम: व्यक्तिगत जानकारी की चोरी, हैकिंग सेवाएं, और अन्य साइबर अपराध।
  3. प्राइवेट इनफॉर्मेशन :सरकारी दस्तावेज, रहस्यमयी जानकारियाँ, और गुप्त लेन-देन
    डार्क वेब पर जाना और यहां पर कोई गतिविधि करना जोखिम भरा हो सकता है। यहां पर आपकी पहचान की सुरक्षा की गारंटी नहीं होती और कई बार लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा, अवैध गतिविधियों में शामिल होने पर कानूनी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
    डार्क वेब एक ऐसा क्षेत्र है जो रहस्यमय और जोखिम भरा दोनों है। इसे समझना और इसका सही उपयोग करना बहुत ज़रूरी है। यदि आप डार्क वेब पर जाने का सोच रहे हैं, तो सावधानी बरतना आवश्यक है और कानूनी दायरे में रहना जरुरी है।
    अगर आपने कभी डार्क वेब को विजिट किया है तो हम कमेंट कर जरूर बताइएगा।

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