झारखंड के राजधानी में 45 दिनो में डेंगू के 264 मरीज़ पाए गए है । झारखंड में डेंगू और चिकनगुनिया से मरीजों की हालत दिन व दिन खराब होते नजर आ रही है।
राज्य मैं मरीजों की संख्या बढ़ते जा रहा है ,और उन्हें प्लेटलेट्स नहीं मिल पा रहा है। और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि राज्य के 24 जिलों में से 21 जिलों ऐसे है जहा ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स उपलब्ध नहीं है। जानकारी के अनुसार रांची, धनबाद और हजारीबाग के ब्लड बैंक में ही सिर्फ प्लेटलेट्स उपलब्ध है।
बीते 45 दिनों में 264 से अधिक डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या सामने आई है। वही बात करें तो अलग अलग जिलों में देंगे के 465 मरीजों के अकड़े सामने आई है।
डॉक्टर्स ने मरीजों ने लक्षण देखने के अनुसार डेंगू व मलेरिया की जांच करवाने की सलाह दे रहे है।
लेकिन रियोपेट्स में भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हो रही है।लेकिन ब्लड टेस्ट में प्लेटलेट्स 75 % तक गिरा मिल रहा है।
अब ऐसे में आपका ये जाना जरूरी है की डेंगू कैसे होता है इसके क्या लक्षण है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
सबसे पहले डेंगू होता क्या है ?
डेंगू एक वायरल बुखार है जो डेंगू वायरस के कारण होता है। यह वायरस एडीस मच्छर (विशेषकर एडीस एजिप्टी) के माध्यम से फैलता है।
डेंगू के लक्षण:
- अचानक उच्च बुखार
- सिरदर्द
- मांसपेशियों और जोड़ दर्द
- त्वचा पर चकत्ते
- उल्टी और मतली
- थकावट और कमजोरी
- आँखों के पीछे दर्द
डेंगू से बचने के उपाय:
1.मच्छरदानी का उपयोग: सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
- मच्छर भगाने वाले दवाई: स्किन पर मच्छर भगाने वाले लोशन या स्प्रे का उपयोग करें।
- खुली जगहों पर सावधान: बाहरी काम के दौरान लंबे और ढीले कपड़े पहनें।
- जल भराव से बचाव: आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि यह मच्छरों के पनपने का स्थान हो सकता है।
- स्वच्छता बनाए रखें: घर और आस-पास की जगह को साफ-सुथरा रखें और मच्छर-प्रेरक वस्तुओं को हटा दें।
- गरम खाना खाए: ऐसे में गरम खाना खाए और फ्रिज में रखे चीजों से दूरी बनाए।
अगर आपको भी इनमे से कोई भी लक्षण दिखता है तो डॉक्टर्स से तुरंत संपर्क करे। ऐसे में अपना और अपने परिवार का खयाल रखे।यह महत्वपूर्ण है कि जल्दी इलाज शुरू किया जाए ताकि किसी भी परेशानी से बचा जा सके।