23 अगस्त को झारखंड के राजधानी रांची में युवा आक्रोश रैली भारतीय जनता युवा मोर्चा के तरफ से मुराबादी मैदानमे में आयोजित किया गया था। जिसमे युवों ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को निशाना बनाते हुए उनके आवास के घेराव करने का फैसला किया था। इस रैली का मुद्दा हेमंत सोरेन के किए वादे को लेकर था की वो 5 लाख युवाओं को रोजगार या फिर हर महीने 5 से 7 हज़ार रुपए रोज़गार भत्ता देंगे।पर अब तक उन्होंने आपने वादे को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है। इस रैली के दौरान भगदड़ मच गई ।बात तो तब बिगड़ी जब कार्यकर्तों पर टियर गैस , वाटर कैनन से लगातार लोगों पर हमला होने लगा। इस रैली में न सिर्फ युवा बल्कि महिलाए भी उपस्थित रही। इस पूरे कार्यक्रम में न सिर्फ युवा बल्कि तमाम मीडिया के लोग ,वहा के लोकल स्टॉल लगने वाले और भी बहुत सारे लोगों को टियर गैस का सामना करना पड़ा।इस रैली को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर थी। युवा आक्रोश रैली को लेकर मोराबादी मैदान के आस पास के इलाके को कटीले तारों से बैरिकेड लगाए गए थे।
इस दौरान भाजपा के कई विधायकों और सांसदों को भी रैली में आने के लिए बैरिकेडिंग पर रुकना पड़ा था।
युवा आक्रोश रैली में शामिलती होने के लिए न सिर्फ विधायक बल्कि पाकुड़, गिरिधि,सिंहभूम जैसे जिलों से आए कार्यकर्ता को भी शामिल होने से रोका गया। रैली में पहले तमाम भाजपा के नेता भीड़ को बारी-बारी से संबोधित किया ,जिसके बाद मुख्यमंत्री आवास की ओर नारा लगाते हुए आगे बढ़े। इस दौरान प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की ,वही कार्यकर्तो ने बैरिकेडिंग तोड़ डाली ।
भीड़ को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन ने वाटर कैनन, स्मोक ग्रेनेड ,टियर गैस के गोले फकने लगे। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने जवाब देने के लिए प्रशासन पर पत्थर फाकने लगे।
लोगों में आगरा तफरी का माहोल हो गया था और लोग अपनी जान बचा कर इधर उधर भागने लगे। जहा लोगों की भीड़ जाती वही आंसू गैस के गोले फेक दिया जाता
इस दौरान कितने लोगों को कितनी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोगों के कान के पास आंसू गैस के बॉम्ब के फूटने से उनके कान जख्मी हो गया तो कितनी लोग घायल भी हुए ।
मेडिकल टीम उन्हे तुरंत अस्पताल ले गई।
यह तक की पूर्व परदेश अध्यक्ष यदुनाथ पांडे को भी कल के मुठभेड़ में गंभीर चोटें आई है। इस रैली के मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों भी गंभीर रूप से घायल हुए है।
कई घंटों बाद ये रैली शांत और समाप्त हुई।