रांची – झारखंड में भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। पिछले 48 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने राज्य के कई हिस्सों में कहर बरपाया है। भारी बारिश के कारण सड़कें बह गईं, पेड़ उखड़ गए, और मकान गिरने से कई लोग बेघर हो गए।
सड़कों की स्थिति गंभीर
राज्य के कई प्रमुख मार्गों पर पानी भर जाने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। ग्रामीण इलाकों की सड़कें तो मानो नदियों में तब्दील हो गई हैं। गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा और रांची जिले में कई सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। सड़कें बह जाने से लोग अपने घरों में ही फंसे हुए हैं और उनकी दैनिक गतिविधियाँ बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।
उखड़े पेड़ और बिजली आपूर्ति बाधित
भारी बारिश के साथ तेज हवाओं ने भी अपना प्रकोप दिखाया है। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं, जिससे बिजली की लाइनें टूट गईं और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। बिजली की इस कटौती से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई अस्पतालों में भी बिजली आपूर्ति बाधित होने से इलाज में बाधा आ रही है।
मकान गिरने की घटनाएँ
राज्य के कई इलाकों में मकान गिरने की घटनाएँ सामने आई हैं। लोहरदगा जिले के कोने ग्राम में एक मकान गिरने से एक परिवार के चार सदस्य घायल हो गए। इसी प्रकार सिमडेगा जिले के कुरडेग में एक मकान गिरने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मकान गिरने से प्रभावित लोग अब खुले में रहने को मजबूर हैं और उनके पास खाने-पीने की भी उचित व्यवस्था नहीं है।
प्रशासन की तैयारियाँ और राहत कार्य
प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राहत कार्यों में तेजी ला दी है। NDRF और SDRF की टीमें प्रभावित इलाकों में तैनात की गई हैं। राहत शिविरों में लोगों को ठहराने और खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रशासन को सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए हैं और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। साथ ही, प्रशासन को भी सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
झारखंड में भारी बारिश से उत्पन्न इस संकट ने राज्य के नागरिकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन लोगों को अभी भी सावधानी बरतने की जरूरत है।