घाटशिला विधायक रामदास सोरेन को 30 अगस्त को झारखंड सरकार ने बनाया मंत्री। उनकी नियुक्ति 2024 के अंतर्गत की गई है, जिसमें उन्हें झारखंड सरकार में एक महत्वपूर्ण विभाग का प्रभार सौंपा गया है।
शुक्रवार सुबह 10:30 बजे राजभवन में उन्होंने मंत्री पद की शपथ दिलाई गई । वे राज्य के 12वे मंत्री होंगे।
रामदास सोरेन झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट से विधायक हैं और उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण योगदान किए हैं। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के सदस्य हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
रामदास सोरेन घाटशिला से 2009 में कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप बलमुचू को हरा कर विधायक बने थे। इसके बाद साल 2014 में वह घाटशिला से भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण टुडू से हार गए थे। 2019 के विधानसभा चुनाव में रामदास सोरेन ने लक्ष्मण टुडू को हराया था और विधायक बने थे।
लेकिन चंपई के मंत्री बनने के कारण उन्हें कैबिनेट में जगह नहीं मिली थी।वही इधर चंपई सोरेन भी 44 साल पुराना नाता तोड़कर 30 ऑगस्ट को शपथ ग्रहण करेंगे।
वही शपथ ग्रहण के बाद रामदास में पत्रकारों से बात चीत करते हुए कहा मंत्री बनने के बाद समय कम है और काम जायद । इसलिए जानता के बीच ज्यादा से ज्यादा समय बिताने को कोशिश करेंगे।
रामदास सोरेन की राजनीतिक यात्रा में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है, विशेषकर आदिवासी समुदाय के अधिकारों और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में। उनके मंत्री बनने से उम्मीद की जा रही है कि वे अपनी नई जिम्मेदारियों के तहत राज्य के विकास और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान देंगे।
वही शपथ ग्रहण के बाद कई नेताओं ने भी मीडिया से बात चीत किया। इसी मौके पर इरफान अंसारी ने आदिवासियों और कोल्हान के सम्मान के बारे कहा।
उसके बाद राजेश कुमार ठाकुर कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा की चंपई सोरेन टाइगर कहे जाने वाले अब zoo में चले गए ।
ऐसे में रामदास सोरेन के लिए आने वाले समय में बहत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।