दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, और आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख, को सुप्रीम कोर्ट से 13 सितंबर को जमानत मिल गई है। इस आदेश के तहत, केजरीवाल को 177 दिन की जेल की अवधि के बाद रिहा किया गया है।
वही सीबीआई कैसे में जमानत मिली है।वही इसको लेकर कोर्ट ने कहा , किसी को लंबे समय तक जेल में रखना स्वतंत्रता से अन्यायपूर्ण तरीके से वंचित करने जैसा है।
जेल से रिहा होने के बाद बारिश के बीच आपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा मैंने जिंदगी में बहुत संघर्ष किए है। मुसीबतें झेली है , लेकिन भगवान ने हमेशा साथ दिया है क्योंकि मैं सच इंसान हूं। लोगों को लगा की मेरा हौसला टूट जायेगा । लेकिन मैं जेल से बाहर आया हु मेरा हौसला अब 100 गुना जायदा बढ़ गया है।
यह मामला एक विवादास्पद विषय रहा है, जिसमें केजरीवाल को एक आपराधिक मामले में जेल भेजा गया था। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को मंजूरी दे दी, और इसके परिणामस्वरूप केजरीवाल को जेल से रिहा कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने ये ज़मानत दिल्ली सरकार की आबकारी नीति से जुड़ी सीबीआई की एफआईआर में दी है।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि केजरीवाल को 10 लाख का मुचलका भरना होगा।
इस मामले की सुनवाई जस्टिस सूर्यकांत और उज्जल भुयन की बेंच ने की थी और पांच सितंबर को फ़ैसला सुरक्षित रख लिया था।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, जस्टिस उज्ज्ल भुयन ने ज़मानत देते हुए कहा कि सीबीआई को पिंजरे में बंद तोते की छवि तोड़नी चाहिए और उसे दिखाना चाहिए कि वह पिंजरे में बंद तोता नहीं है।
जस्टिस भुयन ने केजरीवाल की गिरफ़्तारी की टाइमिंग पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि जब ईडी के मामले में ज़मानत मिल गई थी तभी सीबीआई ने दोबारा गिरफ़्तार कर लिया.
केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की थीं. इसमें एक याचिका ज़मानत ना दिए जाने के ख़िलाफ़ थी. दूसरी याचिका इस केस में सीबीआई की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ दायर की गई थी।मार्च 2024 में केजरीवाल को ईडी की टीम ने गिरफ़्तार किया था.12 जुलाई को ईडी के मामले में केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से ज़मानत मिल गई थी.
मगर इस ज़मानत मिलने से पहले ही जून महीने में सीबीआई ने केजरीवाल को गिरफ़्तार कर लिया था. इस कारण तब केजरीवाल जेल से बाहर नहीं आ सके थे।
वही रिहाई के बाद केजरीवाल ने कहा , देश नाजुक दौर से गुजर रहा है । न्याय व्यवस्था और चुनाव आयोग को कमजोर करने की कोशिश हो रही है । ईडी पर कब्जा किया जा रहा है, सीबीआई को कमजोर किया जा रहा है । मेरा कसूर है कि मैं हमेशा राष्ट्र विरोधी ताकत के खिलाफ आवाज बुलंद की थी…. मेरे खून और मेरे शरीर का एक-एक कतरा मेरे देश के लिए समर्पित है।