21 अक्टूबर की देर रात 11:47 बजे कांग्रेस की पहली कैंडिडेट लिस्ट जारी की गई , जिसमे 21 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं । पार्टी ने 17 विधायकों में 15 को फिर से टिकट दिया है ,और वही दो को होल्ड पर रखा है। आपको बता दे कि जिन दो सीट का टिकट होल्ड पर रखा गया है वो है पाकुड़ के विधायक आलमगीर आलम और बरही विधायक उमाशंकर आलोक का नाम है। आलमगीर आलम अभी इस वक्त जेल में है।उनकी जगह पत्नी या बेटे को टिकट मिलने की उम्मीद है। हालांकि आलोक पर संशय बना हुआ है।

इस बार पार्टी ने पांच महिलाओं को भी चुनाव के मैदान में उतरा है। जिसमे दीपिका पांडेय सिंह, अंबा प्रसाद साहू, ममता देवी, पूर्णिमा नीरज सिंह और शिल्पी नेहा तिर्की शामिल है।आपको बता दे कि पिछले विधानसभा में भी इनमे से चार कांग्रेस टिकट पर जीती थी। वही शिल्पी उपचुनाव जीतकर विधायक बनी थीं। पार्टी ने हटिया से अजय नाथ शहदेव और मांडू से जयप्रकाश भाई पटेल को चुनाव के मैदान में उतारा है।
खबरे आई थी कि मांडू सीट पर झामुमो अड़ा हुआ था, लेकिन यहां की सीट इस बार कांग्रेस खाते ने गई है। वही एक बार फिर से सजा पर रोक लगने से ममता देवी को रामगढ़ से टिकट दिया गया है।आपको बता दे सजा मिलने के बाद ममता देवी को विधायक पद से हटा दिया गया था। इन सभी सीटों के अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ . अजय कुमार को जमशेदपुर पूर्वी , पिछले चुनाव में जेवीएम के टिकट पर लड़े मुन्ना सिंह को हजारीबाग ओर बाघमारा से जलेश्वर महतो को उतरा गया है। जलेश्वर महतो पिछली बार कुछ वोटो से हार गए थे।
इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की 29 सीटों पर सहमति बनी।
खबरों और सूत्रों के मुताबिक़ इंडिया गठबंधन में कांग्रेस को 29 सीटें देने पर सहमति बनी है। आपको बता दे कि इनमें पाकुड़, बहरी, धनबाद, बोकारो, कांके, पांकी, डालटनगंज और विश्रामपुर सीटें शामिल है।लेकिन अभी तक सीट शेयरिंग की अधिकृत घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में अभी भी कुछ सीटें बदल सकती है।
आज सीट शेयरिंग फार्मूले तय हो जाएगी।
प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होने से पहले लगभग दो घंटे तक केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी गुमला अहमद मीर ने कहा करीब 70 फीसदी सीटों पर नाम फाइनल हो गया है। वही आपको बता दे कि कुछ सीटों पर रिवीजन करना है।आज दोपहर तक यह भी सामना आ जाएगा कि गठबंधन के बीच सीटों का किस तरह बंटवारा हुआ। वही कौन सी सीट किसके खाते में गई है। इस बार इंडिया गठबंधन में चौथा पार्टनर शामिल हुआ है। पिछले विधानसभा चुनाव में तीन ही पार्टनर थे लेकिन इस बार चार है। इस पार्टी का लक्ष्य बेहतरीन प्रदर्शन करना है।