रांची के सिरमटोली फ्लाइओवर के रैंप को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद आखिरकार गुरुवार को सुलझा लिया गया। निर्माण कार्य में लगे कर्मियों ने बताया कि फ्लाइओवर के रैंप को 6 मीटर पीछे कर दिया गया है। इसके अलावा, रैंप के किनारे लगाए गए 10 डेक प्लेन को हटाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
इससे एक दिन पहले, बुधवार को रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने सिरमटोली सरना स्थल का निरीक्षण कर रैंप का माप लिया था। निरीक्षण के दौरान आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि फ्लाइओवर का रैंप सरना स्थल को प्रभावित कर रहा था, जिसे लेकर वे लगातार आपत्ति जता रहे थे।
रैंप को लेकर कई बार आदिवासी संगठनों और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनी थी। विरोधस्वरूप सरना प्रार्थना सभा को छोड़कर 40 से अधिक आदिवासी संगठनों ने रांची बंद का आह्वान किया था।
यह स्थल आदिवासी समुदाय के लिए आस्था का केंद्र माना जाता है। सरहुल शोभायात्रा इसी स्थान से गुजरती है, जहां शहरभर के विभिन्न मोहल्लों से श्रद्धालु पहुंचकर मां सरना से सुख-शांति की प्रार्थना करते हैं।