JAC 10वीं बोर्ड की 900 कॉपियां जलकर खाक, जांच में सामने आई साजिश की बड़ी साजिश
रांची/दुमका: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) की मैट्रिक परीक्षा 2025 की लगभग 800 से 900 उत्तरपुस्तिकाएं दुमका के एक मूल्यांकन केंद्र में आग लगने से जल गईं। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि यह आग एक सुनियोजित साजिश के तहत लगाई गई थी।
घटना शुक्रवार देर रात दुमका के श्रीरामकृष्ण आश्रम प्लस टू उच्च विद्यालय की है, जहां कॉपियों को मूल्यांकन के लिए रखा गया था। इसमें से 200 से 250 कॉपियां पूरी तरह से जल गई हैं, जबकि शेष आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं।
राहत की बात: अधिकांश कॉपियों का मूल्यांकन हो चुका था
जली हुई अधिकांश उत्तरपुस्तिकाएं वे थीं जिनका मूल्यांकन पहले ही किया जा चुका था और जिन्हें अलग कमरे में सुरक्षित रखा गया था। वहीं एक अन्य कमरे में कुछ कॉपियां ऐसी भी थीं जिनका मूल्यांकन शेष था।
साजिश के तहत स्कूल भवन में डाला गया ज्वलनशील पदार्थ
जांच में खुलासा हुआ है कि जिस कमरे में आग लगी, उसे विशेष रूप से टारगेट किया गया था। आरोप है कि स्कूल भवन की लोहे की खिड़की के गैप से कोई व्यक्ति मोबिल, डीजल जैसे ज्वलनशील पदार्थ डालकर प्लास्टिक आदि से आग सुलगाई, जिससे उत्तरपुस्तिकाएं जल गईं।
रात 2:08 बजे लगी आग, पुलिस और DEO मौके पर पहुंचे
जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार ने बताया कि दुमका में चार मूल्यांकन केंद्र बनाए गए थे। इनमें से एक केंद्र श्रीरामकृष्ण आश्रम विद्यालय में स्थित है। रात 2:08 बजे आग लगने की सूचना मिली। प्रभारी प्रधानाध्यापिका प्रियंका कुमारी ने फोन कर डीईओ को सूचित किया।
गार्डन प्रभारी ने दी आग की पहली सूचना
स्कूल के गार्डन प्रभारी ने सबसे पहले प्रधानाध्यापिका को आग लगने की जानकारी दी। तुरंत शिक्षक, थाना प्रभारी और DEO मौके पर पहुंचे। आग बुझा दी गई, लेकिन तब तक कई कॉपियां जल चुकी थीं। इस घटना को लेकर स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करा दी गई है।
निष्कर्ष:
JAC 10वीं बोर्ड परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाएं जलने की घटना ने शिक्षा प्रणाली की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आई साजिश की परतें अब धीरे-धीरे खुल रही हैं। प्रशासनिक और शैक्षणिक संस्थाएं इस घटना की गहन जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही हैं।
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