नई दिल्ली – लोकसभा में मंगलवार को गृहमंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव पर विस्तृत जानकारी दी और आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति का ज़िक्र करते हुए विपक्ष, खासकर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने बताया कि बैसरन घाटी में निर्दोष नागरिकों की नृशंस हत्या के जवाब में भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकियों को चुन-चुन कर मार गिराया। इस कार्रवाई का मकसद दुनिया को यह स्पष्ट संदेश देना था कि भारत किसी भी हाल में आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।

गृह मंत्री ने लोकसभा में बताया कि:
“भारतीय सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साझा ऑपरेशन ‘महादेव’ में तीन A-श्रेणी के आतंकियों – सुलेमान उर्फ फैजल, अफगान और जिबरान को ढेर किया गया। ये वही आतंकी थे जो बैसरन घाटी हमले में शामिल थे।”
उन्होंने कहा कि एनआईए और एफएसएल जांच में भी यह पुष्टि हुई है कि घटनास्थल पर मिले हथियार और गोलियां उन्हीं आतंकियों से मेल खाते हैं। चंडीगढ़ लैब में हुई फोरेंसिक जांच ने भी यही साबित किया।
ऑपरेशन सिंदूर में पाक के 9 आतंकी ठिकाने तबाह
अमित शाह ने बताया कि 7 मई को शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी कैंपों को ध्वस्त किया गया और 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। यह ऑपरेशन दोपहर 1:04 से 1:24 बजे तक चला।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन में एक भी पाकिस्तानी नागरिक हताहत नहीं हुआ। DGMO स्तर पर पाकिस्तान को सूचित कर बताया गया कि यह हमला आत्मरक्षा में किया गया है।

विपक्ष पर तीखा प्रहार – “पाकिस्तान को क्यों बचा रही कांग्रेस?”
गृह मंत्री ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम पर हमला बोलते हुए कहा कि –
“जब हम कह रहे हैं कि हमले में पाकिस्तानी आतंकी शामिल हैं, तो कांग्रेस सबूत मांग रही है। हमारे पास सबूत हैं – पाकिस्तानी बनी चॉकलेट, वोटर ID नंबर तक। सवाल ये है कि पाकिस्तान को क्लीन चिट क्यों दी जा रही है?”
उन्होंने कहा कि देश की जनता सब देख रही है कि कौन देश के साथ है और कौन देशविरोधी ताकतों के साथ।
“अगर 1971 में PoK ले लिया होता…”
शाह ने 1971 के शिमला समझौते और नेहरू युग की गलतियों का ज़िक्र करते हुए कहा –
“अगर कांग्रेस उस समय PoK को भारत में मिला लेती, तो आज हमें वहां आतंकी शिविरों पर हमला करने की ज़रूरत नहीं पड़ती। सिंधु जल समझौते में भी भारत का 80% पानी पाकिस्तान को दे दिया गया था।”
भावुक हुए शाह – “6 दिन की शादी में विधवा हुई महिला को नहीं भूल सकता”
अमित शाह ने अपने निजी अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी। एक नवविवाहित महिला सिर्फ 6 दिन में विधवा हो गई। उन्होंने कहा –
“उस पल को मैं कभी नहीं भूल सकता, और इसीलिए आतंक के खिलाफ लड़ाई में कोई ढील नहीं दी जाएगी।”
आतंक के खिलाफ दोहरा वार – सिंदूर और महादेव
गृह मंत्री ने अंत में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने सीमा पार से आए आतंकियों को मारा, जबकि ऑपरेशन महादेव ने जम्मू-कश्मीर में छिपे हमलावरों को ढूंढकर खत्म किया। उन्होंने दोहराया कि मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ पूरी सख्ती से खड़ी है।