देवघर बस हादसा: मृतकों के परिजनों को 1 लाख, घायलों को ₹20,000 की सहायता, स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे अस्पताल

देवघर बस हादसा: मृतकों के परिजनों को 1 लाख, घायलों को ₹20,000 की सहायता, स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे अस्पताल

देवघर (झारखंड): मंगलवार की सुबह देवघर जिले में हुए दर्दनाक बस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को सरकार ने 1 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, हादसे में घायल हुए यात्रियों को 20-20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह घोषणा झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने की है।

घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत राहत और बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया। उनके निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री स्वयं देवघर सदर अस्पताल पहुंचे और वहां भर्ती घायलों से मुलाकात कर हालचाल जाना।


घायलों के इलाज की व्यवस्था की निगरानी

स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में इलाज के स्तर की समीक्षा की और सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सभी घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाए। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को उच्च चिकित्सा संस्थानों (हायर सेंटर) में रेफर करने के निर्देश भी दिए गए।

इसके साथ ही मंत्री ने एम्स देवघर का भी दौरा किया और वहां भर्ती घायलों से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों को बेहतर इलाज देने का निर्देश दिया और कहा कि “सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है और हरसंभव मदद दी जाएगी।”


हादसे की पृष्ठभूमि: क्या हुआ था मंगलवार सुबह?

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह बस देवघर से बासुकीनाथ जा रही थी, जिसमें कांवड़ यात्रा के लिए श्रद्धालु सवार थे। मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे कई यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।

स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया, और घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया गया।


सरकारी सहायता और राहत शिविर

  • मृतकों के परिजनों को ₹1,00,000 की अनुग्रह राशि
  • घायलों को ₹20,000 की सहायता
  • गंभीर घायलों को रेफर के लिए ऐंबुलेंस और विशेष व्यवस्था
  • प्रशासन की ओर से अस्थायी राहत शिविर और खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है

जांच के निर्देश और भविष्य की कार्रवाई

मंत्री डॉ. अंसारी ने अधिकारियों को घटना की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि दुर्घटना ड्राइवर की लापरवाही से हुई या वाहन की तकनीकी खराबी के कारण। साथ ही भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों, इसके लिए परिवहन विभाग और जिला प्रशासन को मिलकर सुरक्षा दिशानिर्देशों को और सख्त करने की सलाह दी गई है।

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