रांची और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश ने झारखंड के प्रसिद्ध जलप्रपातों को खतरनाक रूप से उफान पर ला दिया है। जोन्हा, हुंडरू, दशम, सीता और रिमिक्स फॉल समेत अन्य जलप्रपातों में तेज बहाव और उग्र जलधारा ने पर्यटकों के लिए बड़ा खतरा खड़ा कर दिया है।
तेज रफ्तार धाराएं, फिसलन भरी चट्टानें और अचानक जलस्तर बढ़ने की आशंका किसी भी समय हादसे का कारण बन सकती हैं। ऐसे में जिला प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को कड़े शब्दों में चेतावनी जारी की है कि वे फिलहाल जलप्रपातों के आसपास न जाएं और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
प्रशासन की अपील
- जलप्रपातों के पास जाने से पूरी तरह परहेज करें।
- स्थानीय प्रशासन और पुलिस के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें।
- मौसम और जलप्रपात की स्थिति पर नजर रखें।
- किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पुलिस या प्रशासनिक मदद लें।
क्यों खतरनाक है यह स्थिति?
मूसलाधार बारिश के चलते इन झरनों की जलधारा चट्टानों से जोरदार टकराते हुए बह रही है। देखने में यह नजारा भले ही खूबसूरत और रोमांचक लगे, लेकिन ज़रा सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है।
प्रशासन का सख्त संदेश
रांची जिला प्रशासन ने साफ कहा है कि पर्यटकों और नागरिकों की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है। इसलिए सभी से अपील की गई है कि वे जोखिम भरे जलप्रपात क्षेत्रों से दूर रहें और प्रकृति का आनंद केवल सुरक्षित दूरी से ही लें।