रांची: RIMS-2 निर्माण को लेकर नगड़ी में विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। प्रशासन जहां आंदोलनकारियों को रोकने में जुटा है, वहीं किसान अब खुलकर सड़कों पर उतर आए हैं। शनिवार को नगड़ी में किसानों ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन का मास्क पहनकर प्रदर्शन किया और ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ आंदोलन का समर्थन जताया।
प्रशासन की कड़ी सख्ती
नगड़ी में बढ़ते आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने चारों ओर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं। जमशेदपुर, सरायकेला, पतरातु, रामगढ़, कांड्रा, चौका, बुंडू और तमाड़ से आ रही सैकड़ों गाड़ियों को जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर रोका जा रहा है। रांची और आसपास के जिलों की सीमा पर भी चेकपोस्ट बनाए गए हैं। इसके बावजूद किसान किसी तरह नगड़ी पहुंचकर आंदोलन को मजबूत करने में जुटे हैं।
चंपाई सोरेन को हाउस अरेस्ट
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन समेत कई नेताओं को प्रशासन ने रांची के मोरहाबादी आवास पर ही हाउस अरेस्ट कर लिया है। सरायकेला-खरसावां जिले से आंदोलन में शामिल होने जा रहे नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने कांड्रा मोड़ पर बनाए गए चेकपोस्ट पर रोक दिया।
पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई स्पेशल ड्राइव के तहत की जा रही है और गाड़ियों के वैध कागज़ नहीं होने पर चालान काटा जा रहा है। वहीं, आंदोलनकारियों का आरोप है कि प्रशासन लोकतांत्रिक अधिकारों को दबा रहा है और शांतिपूर्ण आंदोलन को रोकने की कोशिश कर रहा है।
किसानों का रुख साफ
किसानों का कहना है कि वे अपनी ज़मीन बचाने के लिए हर हाल में संघर्ष करेंगे। उनका आरोप है कि सरकार जबरन खेती वाली भूमि पर कब्ज़ा कर RIMS-2 का निर्माण करना चाहती है, जो उनके आजीविका और अस्तित्व पर सीधा प्रहार है।