पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में पोस्टर पॉलिटिक्स का दौर तेज हो गया है। मोकामा से लेकर पटना तक राजनीतिक पोस्टरों ने सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। एक ओर एनडीए के पोस्टरों में नए चेहरे चर्चा का विषय बने हुए हैं, तो दूसरी ओर आरजेडी और विपक्षी दलों के पोस्टर एनडीए गठबंधन को सीधी चुनौती देते नजर आ रहे हैं।
मोकामा में एनडीए का पोस्टर बना चर्चा का विषय
मोकामा में 16 सितंबर को होने वाले एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन से पहले लगाए गए पोस्टर ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। इस पोस्टर में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और मोकामा के बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह की तस्वीरें prominently लगी हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी की तस्वीरें भी पोस्टर में शामिल की गई हैं।
पोस्टर पर बड़े अक्षरों में लिखा है– “जनता मालिक… सादर आमंत्रित।” इसके बाद से कयास लगने शुरू हो गए हैं कि अनंत सिंह एनडीए की ओर से मोकामा सीट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
लालू यादव का पीएम मोदी पर सीधा हमला
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी पोस्टर वॉर में कूद पड़े हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा–
“ऐ मोदी जी, विक्ट्री चाहिए बिहार में और फैक्ट्री दीजिएगा गुजरात में? ये गुजराती फॉर्मूला बिहार में नहीं चलेगा।”
लालू यादव के इस पोस्टर और बयान ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है।

आरजेडी कार्यालय के बाहर ‘त्रिदेव’ पोस्टर
इसी बीच पटना स्थित आरजेडी कार्यालय के बाहर एक और नया पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पोस्टर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीरें हैं।

पोस्टर में लिखा गया है– “विरोधियों का करेंगे सर्वनाश, कहलाएंगे त्रिदेव।”
आरजेडी समर्थक भाई धर्मेंद्र मुखिया द्वारा लगाए गए इस पोस्टर को विपक्षी दलों की एकजुटता का प्रतीक माना जा रहा है।
चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा बने पोस्टर
बिहार की राजनीति में पोस्टर वॉर हमेशा से ही चुनावी रणनीति का बड़ा हथियार रहा है। इस बार भी एनडीए अपने नए चेहरों के साथ सुर्खियों में है, तो विपक्ष महागठबंधन की एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहा है।
यह तय है कि आने वाले दिनों में यह पोस्टर पॉलिटिक्स चुनावी जंग को और ज्यादा रोचक बनाएगी।

