रांची, झारखंड:
हर साल की तरह इस बार भी विश्व आदिवासी दिवस (9 अगस्त) को राज्य में भव्य रूप से मनाने की तैयारी हो रही है। इस अवसर पर 9 से 11 अगस्त तक तीन दिवसीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में आयोजन से जुड़े हर पहलू पर विस्तृत चर्चा की गई।
प्रमुख आकर्षण और आयोजन की विशेषताएं:
सेल्फी प्वाइंट्स से बढ़ेगा आकर्षण
रांची समेत राज्य के विभिन्न जिलों में पारंपरिक थीम पर आधारित सेल्फी प्वाइंट्स बनाए जाएंगे, जिससे युवा वर्ग और पर्यटक आकर्षित होंगे।
निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर
आयोजन स्थल पर आम नागरिकों के लिए फ्री हेल्थ चेकअप कैंप लगाए जाएंगे, जो सामाजिक हित में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
स्थानीय फिल्मों का उत्सव
फिल्म फेस्टिवल के तहत झारखंड के कलाकारों द्वारा निर्मित फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी, जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को मंच मिलेगा।
खाद्य वितरण व्यवस्था और पारंपरिक व्यंजन
फूड डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम को बेहतर और सुचारू बनाया जाएगा। साथ ही, विशेष तौर पर झारखंडी व्यंजनों के स्टॉल भी होंगे, जो स्थानीय स्वाद से लोगों को रूबरू कराएंगे।
महोत्सव में सांस्कृतिक अनुभव:
आदिवासी संस्कृति की भव्य झलक
महोत्सव स्थल तक पहुंचने वाले रास्तों को पारंपरिक कला और प्रतीकों से सजाया जाएगा, ताकि आगंतुकों को आदिवासी जीवनशैली की गहराई का अनुभव हो।
मीडिया सेंटर की स्थापना
कार्यक्रम को कवर करने वाले पत्रकारों की सुविधा के लिए एक विशेष मीडिया सेंटर की स्थापना की जाएगी।
ड्रोन और लेजर शो
रात्रि में रंग-बिरंगे ड्रोन शो और लेजर शो का आयोजन किया जाएगा, जो कार्यक्रम की भव्यता में चार चांद लगाएगा।
कला और कविता का संगम:
भव्य कवि सम्मेलन
इस बार पहली बार महोत्सव में कवि सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें डॉ. कुमार विश्वास, संपत सरल सहित कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय कवि शिरकत करेंगे।
‘रीझ रंग रसिका’ से सजेगा मंच
32 आदिवासी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत रीझ रंग रसिका नामक सांस्कृतिक कार्यक्रम में झारखंड की जनजातीय कला और लोक परंपराओं का प्रदर्शन किया जाएगा।