नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में 22 नक्सलियों के मारे जाने को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह ‘नक्सल मुक्त भारत अभियान’ की दिशा में एक बड़ी सफलता है। शाह के अनुसार, मोदी सरकार नक्सलवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है और समर्पण की पेशकश के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल 31 मार्च तक देश पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो जाएगा।
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी
गुरुवार को बीजापुर और कांकेर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ों में 22 नक्सली ढेर किए गए। हालांकि, इस दौरान एक जवान शहीद हो गया। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है। पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि नक्सल गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके।
गृह मंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया

गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा –
“नक्सल मुक्त भारत अभियान की दिशा में हमारे जवानों ने एक और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। बीजापुर और कांकेर में हुए ऑपरेशनों में 22 नक्सली मारे गए हैं। मोदी सरकार नक्सलवाद के खिलाफ कठोर नीति अपनाए हुए है और समर्पण की पेशकश के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ पूरी सख्ती बरती जा रही है। 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त कर दिया जाएगा।”
मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम का बयान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस ऑपरेशन को सुरक्षा बलों की बहादुरी का नतीजा बताया। उन्होंने कहा,
“हमारे सुरक्षाबलों ने आज दो मुठभेड़ों में 22 नक्सलियों को मार गिराया। इनमें 18 नक्सलियों के शव एक स्थान पर और 4 दूसरे स्थान पर बरामद किए गए हैं। यह साबित करता है कि हमारी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत है और हमारा लक्ष्य जल्द ही पूरा होगा।”
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने भी सुरक्षाबलों की तारीफ करते हुए कहा कि अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है और जल्द ही छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह 7 बजे से यह ऑपरेशन चल रहा था, जिसमें डीआरजी और अन्य बलों ने बड़ी सफलता हासिल की।
सरकार का मिशन – ‘नक्सलवाद का संपूर्ण खात्मा’
केंद्र सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से नक्सल विरोधी अभियान को तेज किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘डबल इंजन सरकार’ की रणनीति के कारण यह सफलता हासिल हो रही है। साथ ही, उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल इस सफलता को लेकर अनावश्यक सवाल खड़े कर रहे हैं क्योंकि उनके पास कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है।
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई को एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, नक्सल मुक्त भारत अभियान पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहा है और आने वाले महीनों में इस पर और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।