नई दिल्ली: भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार, देशभर में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 7154 हो गई है। बीते सात दिनों में औसतन हर दिन 400 नए केस सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट बताती है कि केरल और महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं।
कोरोना की वापसी: राज्यों में स्थिति
- केरल में फिलहाल सबसे ज्यादा 2165 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं।
- महाराष्ट्र में अब तक 21 मौतें हो चुकी हैं, जो अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है।
- पिछले 7 दिनों में 30 मौतें दर्ज की गई हैं, जिससे अब तक इस नई लहर में 77 लोगों की जान जा चुकी है।
- बुधवार को देशभर में 3 मौतें हुईं — जिनमें से 2 महाराष्ट्र, 1-1 मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल से हैं।
प्रधानमंत्री से मिलने के लिए RT-PCR जरूरी
कोरोना केसों में बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र सरकार ने सुरक्षा उपाय सख्त कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले सभी मंत्रियों और अधिकारियों को RT-PCR टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया गया है।
क्या है नया स्ट्रेन JN.1?
- यह वैरिएंट BA2.86 से विकसित हुआ है।
- इसमें लगभग 30 म्यूटेशन पाए गए हैं जो इम्यूनिटी को प्रभावित कर सकते हैं।
- अमेरिकी स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह तेजी से फैलता है, लेकिन ज्यादा घातक नहीं है।
- इसके लक्षण कई हफ्तों तक रह सकते हैं और लॉन्ग कोविड की संभावना बढ़ जाती है।
- WHO ने इसे “वैरिएंट अंडर मॉनिटरिंग” में रखा है, यानी अभी यह गंभीर खतरा नहीं है लेकिन इस पर नजर रखना जरूरी है।
निष्कर्ष: एहतियात ही बचाव है
कोरोना की यह नई लहर भले ही पहले जैसी घातक न हो, लेकिन बढ़ते एक्टिव केस और मौतों के आंकड़े सतर्कता की मांग कर रहे हैं। मास्क पहनना, भीड़भाड़ से बचना और समय पर टेस्ट कराना अब भी जरूरी है।
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