गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह जिले में मंईयां सम्मान योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। पहले एक ही बैंक खाते में दो लाभुकों की राशि ट्रांसफर होने का मामला उजागर हुआ था, लेकिन अब चार महिला लाभुकों की सम्मान राशि एक ही खाते में भेजने की नई गड़बड़ी सामने आई है।

सीएससी संचालक ने अपने बेटे के खाते में भेजी राशि
इस फर्जीवाड़े के पीछे एक सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) संचालक का नाम सामने आया है, जिसने योजना के तहत मिलने वाली सम्मान राशि अपने बेटे के बैंक खाते में ट्रांसफर करा दी।
इस घोटाले को लेकर बीडीओ (प्रखंड विकास पदाधिकारी) ने सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक को पत्र लिखकर—
- गलत तरीके से राशि ट्रांसफर करने वाले सीएससी संचालक की आईडी रद्द करने
- गलत ढंग से पोर्टल पर खाता एंट्री करने की जांच करने
- चारों लाभुकों की सम्मान राशि की रिकवरी करने
की मांग की है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
मिली जानकारी के अनुसार, गिरिडीह जिले के बरमसिया वन पंचायत की चार महिला लाभुकों—
- सोनिया देवी
- पानोमुनि हेंबम
- यशोदा कुमारी
- रधिया कुमारी
के मंईयां सम्मान योजना आवेदन में सीएससी संचालक कैलाश महतो ने अपने बेटे अभय आशीष के बैंक खाते का नंबर दर्ज कर दिया। इस कारण चारों लाभुकों की राशि सीधे अभय आशीष के खाते में ट्रांसफर हो गई।
जांच जारी, दोषियों पर होगी कार्रवाई
प्रशासन इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है। बीडीओ ने साफ किया है कि दोषी पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और लाभुकों की राशि वापस कराई जाएगी।
सरकार की योजनाओं में हो रही धांधली पर सवाल
यह मामला सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है। स्थानीय प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि इस तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे और योजनाओं का लाभ सही लाभुकों तक पहुंचेगा।
(नोट: यदि आप किसी सरकारी योजना का लाभ ले रहे हैं, तो अपनी जानकारी सत्यापित करते रहें और किसी भी अनियमितता की शिकायत संबंधित अधिकारियों से करें।) 🚨
