रांची, झारखंड।
झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता और आदिवासी पहचान के प्रतीक दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन के बाद पूरा राज्य शोक में डूबा हुआ है। इस क्षति से सबसे अधिक भावुक उनके पुत्र और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नजर आ रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार सुबह एक भावुक पोस्ट के जरिए अपने पिता को श्रद्धांजलि दी।

सुबह करीब 9:40 बजे एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किए गए पोस्ट में हेमंत सोरेन ने नेमरा गांव की वीरभूमि को नमन करते हुए लिखा,
“नेमरा की यह क्रांतिकारी भूमि मेरे दादाजी की शहादत और बाबा के अथाह संघर्ष की साक्षी रही है। यहां के जंगलों, नालों, नदियों और पर्वतों ने क्रांति की हर गूंज को संजोकर रखा है। मैं इस भूमि को शत-शत नमन करता हूं।”
पोस्ट के अंत में उन्होंने लिखा:
“वीर शहीद सोना सोबरन मांझी अमर रहें।
झारखंड राज्य निर्माता दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें।”
झारखंड राज्य निर्माता को खोने का गहरा दुख
शिबू सोरेन ने नेमरा गांव से ही अपने सामाजिक और राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। उन्होंने आदिवासी अधिकारों और अलग झारखंड राज्य की मांग को लेकर दशकों तक संघर्ष किया। उनके निधन को एक युग का अंत माना जा रहा है।
राज्यभर में राजनीतिक, सामाजिक संगठनों द्वारा शोक सभाएं आयोजित की जा रही हैं और देशभर से श्रद्धांजलियां लगातार आ रही हैं।