हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल विस्तार के बाद शुक्रवार को हुई पहली फूल कैबिनेट बैठक में कोई तय एजेंडा नहीं था। वही इस मौके पर हेमंत सोरेन ने सभी मंत्रियों को 17 टास्क सौंपे है।
हेमंत सोरेन ने मंत्रियों को अपने विभागो की यहां समीक्षा करने और दो महीने के भीतर प्रखंड तक दौरा करने का निर्देश दिया है। आपको बता दे कि जानता की समस्याओं को देखने और उसका समाधान ढूंढने का काम दिया । पदाधिकारियों की कार्य कुशलता का आकलन करने और समय–समय पर विभागीय समस्याओं से अवगत कराने का निर्देश दिया। कल के कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आने वाले समय मे किस तरह से चीज़ें ठीक हो और राज्य कैसे विकाश के पथ पर आगे बढ़े। इसी के माध्यम से रोड मैप बनाया जाएगा। हेमंत सोरेन ने मंत्रियों से कहा कि अभी चल रही योजनाओं की भी समीक्षा करे कि वह आने वाले समय में कितने फायदेमन है।
हेमंत हेमंत सोरेन ने बैठक में मंत्रियों से कहा कि वैसे विभाग जिसमें राजस्व प्रताप की बेहतर संभावनाएं हैं, उनके स्रोत की समीक्षा कर राजस्व बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार करें।
आपको बता दे कई योजनाएं ऐसी है जिसमें आज की स्थिति के अनुसार बदलाव जरूरी होगा या कुछ बातों की वजह से काम करने में दिक्कत आ रही होगी उसका समाधान निकाले।
खासकर ऐसे विभाग की योजना से अगर कोई क्षेत्र छूटा हुआ है ऐसा कोई दूर दराज के क्षेत्र एससी एसटी क्षेत्र और पहाड़ी क्षेत्र के लिए तो वैसे योजनाओं के प्रस्ताव पर विचार करें।
मंत्री संतुष्ट होने के बाद ही कैबिनेट में प्रस्ताव भेजें। जिसमें वित्त, विधी, कार्मिक का अनुमोदन लेने के बाद कैबिनेट के लिए प्रस्ताव भेजें।
साथ ही अपने अपने विभाग की योजनाओं को समझ कर उसके गुण दोष का अध्ययन करें।
वैसी योजनाएं जो बहुत दिनों से लम्बित है, अटके रहने का कारण ढूंढे । उसको पूरा करने के लिए करवाई करे।
साथ ही कुछ योजनाएं ऐसी है, जिसमें बदलाव जरूरी है। या कुछ प्रावधान के कारण कठिनाई होती है उसके निराकरण के करवाई करे।
वर्ष 2025–26 की योजनाओं की रूप रेखा तैयार करे।