हिजबुल्लाह वॉर में नेताओं की हत्या के बाद ईरान ने मंगलवार को इजराइल पर एक बड़ा हमला कर दिया।बता दे की ईरान ने 200 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइल दाग दी है।वही इसके बाद इजराइली सेना के प्रवक्ता ने कहा की एयर डिफेंस ने अधिरक्त मिसाइलों को नाकाम कर दिया है।
अब जानते है की हिजबुल्लाह क्या है?
हिजबुल्लाह लेबनान में स्थित एक शिया मुस्लिम राजनीतिक दल और उग्रवादी समूह है, वही आपको बता दे की हिजबुल्लाह को संयुक्त राज्य अमेरिका और कई अन्य देशों द्वारा एक आतंकवादी संगठन माना जाता है,।
अब दूसरे प्वाइंट पर आते है की आखिर हिजबुल्लाह लेबनान के दोस्त और दशम देश कौन है?
इससे पहिले आप ये बता की बीते साल जब इजराइल और हमाज़ की लड़ाई हुई थी तब भी ईरान ने हमाज और फिलिस्तीन का साथ दिया था। आपको बता दे की जब हिजबुल्लाह लेबनान की लड़ाई इजरायल से हो रही है तो फिर से ईरान ने लेबनानका साथ देते हुए सीधे इजराइल के साथ जंग के मैदान में उतर गया । इस वॉर के बीच हिजबुल्लाह के आतंकवादी हसन नसरल्लाह की मौत की ख़बर सामने आई।इन सब के बाद कल ईरान ने सीधे इजरायल पर 200 ब्लैकलिस्ट मिसाईल दाग दी । खबरे सामने आ रही है की कई मिसाइल आयरन डोम के बावजूद मध्य और दक्षिण इजरायल में गिरी है। बता दे की हमले में एक व्यक्ति की मौत की खबर सामने आई है। वही ईरान के रिवॉल्यूशन गार्ड्स ने कहा की हमला हेजबोलहा नेता हसन नसरल्लाह , हमास के अन्य की हत्या का बदला है।
आखिर जाने वाली बात ये भी है की आखिर अभी तक गोल्फ कंट्रीज इस वॉर को लेकर चूपी क्यों साधी है?
अब तीसरे प्वाइंट पर आते है की आखिर इससे भारत पर क्या असर पड़ेगा। आपको बता दे की देश में शेयर मार्केट से लेकर महंगाई तक पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा।ईरान-इजराइल युद्ध का सबसे ज्यादा असर भारत का महंगाई पर देखने को मिल सकता है. इसकी वजह भारत का अपनी जरूरत का 80 प्रतिशत से ज्यादा पेट्रोलियम का इंपोर्ट करना है. वही बता दे की इसका भारत में पेट्रोल और डीजल का महंगाई से सीधा कनेक्शन है, क्योंकि अगर ईरान-इजराइल युद्ध से पेट्रोलियम का दाम बढ़ते हैं, तो भारत में सब्जियों से लेकर दूध और अन्य सभी जरूरी चीजों का दाम बढ़ना तय है।