जमशेदपुर – आर्मी के जवान के साथ कथित मारपीट और उसे जेल भेजने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए जमशेदपुर पुलिस ने जुगसलाई थाना प्रभारी सहित आठ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। यह कदम जोनल आईजी की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीजीपी के निर्देशानुसार उठाया गया।
निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सचिन कुमार दास के अलावा सब-इंस्पेक्टर दीपक महतो, तपेश्वर बैठा, शैलेंद्र नायक, कुमार सुमित, मंटू कुमार तथा दो आरक्षी – शैलेश कुमार और शंकर कुमार शामिल हैं।
मामला 14 मार्च का है, जब जुगसलाई थाना क्षेत्र में एक मंदिर के पास रंग लगाने को लेकर कुछ स्थानीय युवकों और कपाली थाना प्रभारी के बीच विवाद हो गया था। इसी दौरान आर्मी में कार्यरत सूरज राय अपने चचेरे भाई विजय राय के साथ मौके पर मौजूद थे। कथित रूप से पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया और अगले दिन, 15 मार्च को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
सूरज राय का आरोप है कि हिरासत में रहते हुए थाना परिसर में पुलिस द्वारा उनके साथ मारपीट की गई, जबकि उन्होंने स्पष्ट रूप से अपनी पहचान सेना के जवान के रूप में दी थी। घटना के तूल पकड़ने के बाद डीजीपी के आदेश पर जोनल आईजी अखिलेश झा को जांच की जिम्मेदारी दी गई। जांच रिपोर्ट में पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आने पर डीजीपी ने सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया।
इसके बाद जमशेदपुर के एसएसपी किशोर कौशल ने तत्काल प्रभाव से सभी आरोपित पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना पुलिस व्यवस्था की पारदर्शिता और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े करती है, साथ ही यह संदेश भी देती है कि कानून का पालन सभी पर समान रूप से लागू होता है – चाहे वह आम नागरिक हो या पुलिसकर्मी।