रांची: झारखंड में लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू (अब मृत) के बीच संपर्क सूत्र माने जाने वाले कुख्यात अपराधी सुनील मीणा को जल्द ही झारखंड एटीएस के हवाले किया जाएगा। हालांकि, अभी तक अजरबैजान सरकार द्वारा प्रत्यर्पण की तिथि निर्धारित नहीं की गई है, जिसके चलते उसकी भारत वापसी में देरी हो रही है।

प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पूरी, अब केवल तिथि का इंतजार
कुछ महीने पहले अजरबैजान सरकार ने भारत को सुनील मीणा को सौंपने की सहमति दी थी। अब झारखंड पुलिस को अजरबैजान से आधिकारिक तिथि मिलने के बाद एटीएस की टीम उसे लाने के लिए रवाना होगी।
अपराध की दुनिया में लॉरेंस के साथ बढ़ाया कदम
राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के नई मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़ासान निवासी सुनील मीणा को लॉरेंस बिश्नोई का बचपन का दोस्त माना जाता है। दोनों ने अपराध की दुनिया में एक साथ कदम रखा था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिछले दो वर्षों से सुनील मीणा मलेशिया में रहकर लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के साथ काम कर रहा था।
अमन साहू और लॉरेंस के बीच था सुनील मीणा
सुनील मीणा को अमन साहू और लॉरेंस बिश्नोई के बीच मुख्य कड़ी माना जाता है। वह लॉरेंस के निर्देशों पर झारखंड में अपराध की गतिविधियों को संचालित कर रहा था। फिलहाल वह अजरबैजान पुलिस की हिरासत में है, और जल्द ही उसे भारत लाने की तैयारी है।
झारखंड एटीएस की नजरें प्रत्यर्पण पर
झारखंड एटीएस ने सुनील मीणा को भारत लाने की पूरी तैयारी कर ली है। अब बस अजरबैजान सरकार से तिथि निर्धारित होने की आधिकारिक सूचना मिलने का इंतजार है, जिसके बाद झारखंड पुलिस की टीम उसे लेने के लिए रवाना होगी।