
झारखंड सरकार ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जिसमें उमर कैद की सजा काट रहे 39 कैदियों को रिहा किया जाएगा। यह फैसला राज्य के अलग –अलग जिलों में जेल में बंद कैदियों के लिए एक बहुत बड़ा कदम माना जा रहा है।सरकार के इस निर्णय के पीछे का उद्देश्य कैदियों को समाज में एक बार फिर से नई तरीके से जीवन सुरु करना और उनकी दूसरी पारी को नई शुरुआत देना है। रिहाई के बाद इन कैदियों की निगरानी के लिए विशेष कार्यक्रम तैयार किए जाएंगे।
इस निर्णय पर जेल विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि कैदियों को एक नई शुरुआत दी जाए। उनकी रिहाई के बाद भी हम ये ध्यान रखेंगे कि वे समाज में एक अच्छी भूमिका निभाए और पुनः अपराध की ओर न जाएं।
कई सामाजिक संगठनों ने भी इस कदम को सही मान रहे है कि यह निर्णय कैदियों की सामाजिक जीवन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सरकार के इस कदम से राज्य की न्यायिक और समाज में एक नई उम्मीद की किरण देखी जा रही है। सरकार की इस पहल से न केवल कैदियों के जीवन में सुधार होगा, बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
साकार ने ये भी कहा की रिहा हुए कैदियों को समाज के मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा।