झारखंड राज्य एक ऐतिहासिक उपलब्धि की ओर अग्रसर है। पलामू जिले के हुसैनाबाद अनुमंडल स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बराही धाम में मां दुर्गा का विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर बनने जा रहा है। इस मंदिर की ऊंचाई 551 फीट होगी, जो इसे अब तक का सबसे भव्य और ऊंचा दुर्गा मंदिर बनाएगा।
इस ऐतिहासिक मंदिर के निर्माण का भूमि पूजन आगामी 14 मई 2025 को अत्यंत भव्यता और धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ किया जाएगा। भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और स्थानीय श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।

भव्य मंदिर परिसर की रूपरेखा
बराही धाम परिसर में बनने वाले इस मंदिर का निर्माण कार्य शिवांश चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा कराया जा रहा है। मंदिर परिसर में न केवल 551 फीट ऊंचा दुर्गा मंदिर बनाया जाएगा, बल्कि साथ ही 151 फीट ऊंचे नवग्रह मंदिर का भी निर्माण होगा।
गौरतलब है कि बराही धाम में पहले से ही 105 फीट ऊंची दक्षिणमुखी हनुमानजी की विशाल प्रतिमा स्थापित है, जो श्रद्धालुओं के बीच एक प्रमुख आस्था का केंद्र है। इस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान हुई एक चमत्कारी घटना ने ही इस भव्य दुर्गा मंदिर की नींव रखी।
चमत्कारी घटना बनी मंदिर निर्माण का आधार
शिवांश ट्रस्ट के संयोजक रंधीर कुमार सिंह ने जानकारी दी कि वर्ष 2022 में हनुमानजी की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आयोजित 51 कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दौरान एक अद्भुत घटना घटी। त्रिदंडी स्वामी के पादसेवक सुंदर राज स्वामी प्रवचन दे रहे थे, तभी वे अचानक मौन हो गए और रोने लगे। उन्होंने बताया कि उन्हें दिव्य प्रकाश और एक अलौकिक वाणी का अनुभव हुआ, जिसमें कहा गया, “मुझे इस स्थान से बाहर निकालो, अन्यथा यज्ञ समाप्त होने के बाद मुझे कौन निकालेगा?”
इस दिव्य अनुभूति के बाद यज्ञ समिति ने तत्काल खुदाई शुरू की। पहले हाथों से और फिर जेसीबी मशीन द्वारा खुदाई की गई। लगभग पांच फीट की खुदाई के बाद जमीन से दो सांप निकले, जो क्षणभर में अदृश्य हो गए। इसके बाद जब खुदाई आगे बढ़ी, तो जमीन से शेर पर सवार अष्टधातु की मां दुर्गा की प्रतिमा प्राप्त हुई। इस अद्भुत क्षण के साक्षी हजारों श्रद्धालु बने। तभी ट्रस्ट ने निर्णय लिया कि इस स्थान पर भव्य दुर्गा मंदिर का निर्माण कराया जाएगा।
बराही धाम बना श्रद्धा का प्रमुख केंद्र
बराही धाम परिसर पहले से ही हनुमानजी की प्रतिमा और धार्मिक आयोजनों के कारण एक महत्वपूर्ण आस्था स्थल बन चुका है। यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। न केवल झारखंड, बल्कि बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु इस पवित्र स्थल पर पहुंचते हैं।
पिछले ढाई वर्षों से हर मंगलवार को यहां भव्य भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें सैकड़ों लोग भाग लेते हैं। शिवांश चैरिटेबल ट्रस्ट और अन्य धर्मप्रेमियों के सहयोग से यह धार्मिक गतिविधियाँ अनवरत चल रही हैं।
निष्कर्ष:
बराही धाम में बनने वाला 551 फीट ऊंचा दुर्गा मंदिर न केवल झारखंड राज्य के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गौरव का विषय होगा। भूमि पूजन के साथ ही यह परियोजना एक नई धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना की शुरुआत करेगी। यह स्थान आने वाले वर्षों में एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में उभरेगा और क्षेत्र की धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगा।