हजारीबाग वन भूमि घोटाले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने नेक्सजेन के संचालक विनय सिंह के घर और ऑफिस सहित 6 ठिकानों पर छापेमारी की। जानें पूरी खबर।
रांची: झारखंड में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने हजारीबाग वन भूमि घोटाले से जुड़े मामले में आज रविवार को बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी की टीम ने नेक्सजेन के संचालक विनय सिंह के घर और ऑफिस सहित कुल 6 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की है।
25 सितंबर को हुई थी गिरफ्तारी
इससे पहले 25 सितंबर की शाम विनय सिंह को वन भूमि के अवैध हस्तांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एसीबी को शक है कि इस पूरे घोटाले में कई बड़े अधिकारियों की संलिप्तता रही है।
क्या है पूरा मामला?
जांच में सामने आया कि विनय सिंह ने जेल में बंद आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे और अन्य सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर वन भूमि को गलत तरीके से निजी स्वामित्व में बदलने की कोशिश की।
ये भूमि 2013 में आवंटित हुई थी, जिसे बाद में वन विभाग ने रिजर्व फॉरेस्ट लैंड के रूप में चिह्नित कर आवंटन रद्द कर दिया था। आरोप है कि इस प्रक्रिया को पलटने के लिए सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर की गई।
कानूनी धाराएं
एसीबी ने विनय सिंह और अन्य पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120B (आपराधिक साजिश), 420 (धोखाधड़ी), 467, 468, 471 (जालसाजी) और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

