रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 13वें दिन सदन में विपक्ष ने सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की कोशिश की। इस दौरान कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने ई-रिक्शा खरीद में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया और मुख्य सचिव से जांच कराने की मांग की।
ई-रिक्शा खरीद पर क्या बोले प्रदीप यादव?
प्रदीप यादव ने सदन में आरोप लगाया कि गढ़वा जिले में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण – 2 के तहत 104 ई-रिक्शा फर्जी तरीके से खरीदे गए हैं। उन्होंने कहा कि जैम पोर्टल के माध्यम से इस खरीद में गड़बड़ी हुई है और इसमें कार्यपालक अभियंता व ठेकेदारों की मिलीभगत हो सकती है। उन्होंने इस मामले में पूर्व की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की।
सरकार की सफाई और मंत्री सुदिव्य कुमार का जवाब
प्रदीप यादव के आरोपों का जवाब देते हुए पेयजल मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि मामले की जांच के लिए विभागीय स्तर पर कमिटी बनाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि पहले पिछली रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी, फिर उसे सदन में पेश किया जाएगा।
इस पर मंत्री सुदिव्य कुमार ने कड़ा रुख अपनाते हुए प्रदीप यादव पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा,
“जब विभागीय मंत्री स्पष्ट कह रहे हैं कि रिपोर्ट की समीक्षा के बाद ही उसे सदन में रखा जाएगा, तो इतनी हठधर्मिता क्यों?”
प्रदीप यादव का पलटवार
मंत्री सुदिव्य कुमार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदीप यादव ने पलटवार किया और कहा,
“हठधर्मिता मैं नहीं, बल्कि सरकार कर रही है।”
निष्कर्ष
झारखंड विधानसभा में ई-रिक्शा खरीद घोटाले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मुद्दे पर जांच रिपोर्ट कब तक प्रस्तुत करती है और इस विवाद का आगे क्या परिणाम निकलता है।