मनरेगा कर्मियो का मानदेय 30% बढेगा, दुर्घटना में मौत पर आश्रित को 20 लाख रुपए।

मनरेगा कर्मियो का मानदेय 30% बढेगा, दुर्घटना में मौत पर आश्रित को 20 लाख रुपए।

मंत्री ने हड़ताली मनरेगा कर्मियों को अधिकतर मांगे मान ली है। झारखरंड राज्यरमे चल रहे मनरेगा कर्मचारी संघ की 22 जुलाई से लगातार चल रही हड़ताल 75 दिनो बाद सोमवार को खत्म होने को उम्मीद है। बीते इतने दिनो से चल रहे हड़ताल खत्म करने के लिए संघ और ग्रामीण विकास मंत्री डाक्टर इरफान अंसारी के बीच सहमति बन गई है।
इस बात की औपचारिक घोषणा सोमवार होगी। जिसके बाद संघ की ओर से हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी जाएगी। मांगों के अनुसार मनरेगा कर्मियों के लिए 20 लाख रुपए की सामाजिक सुरक्षा योजना लागू करने की सहमति बनी है। आपको बता दे की अगर दुर्घटना में मौत होने पर कर्मचारियों के आश्रितों को 20 लाख रुपए दिया जायेगा।साथ ही साथ उनके मानदेय में भी अभी 30 फीसद की बढ़ोतरी की जायेगी। गौर करने वाली बात है की राज्य के करीब पांच हजार मनरेगा कर्मचारी आंदोलन पर है। इसके कारण राज्य के कामकाज प्रभावित हो रहा था। अब ये हड़ताल खत्म होने से मनरेगा योजनाओ में तेजी आ जायेगी। इसका लाभ सबसे ज्यादा ग्रामीण लोगो को मिलेगा।

ग्रेड पे को लेकर एक कमेटी बनाई जाएगी।

हड़ताल में मनरेगा कर्मियों की प्रमुख मांगों में ग्रेड पे लागू करना था। लेकिन इसकी सहमति नहीं बनी। ग्रेड पे से संबंधित प्रस्ताव तैयार कर कमेटी भेजेगी। आपको ये भी बताते चले गए की अभी ग्रेड पी लागू न होने पर मनरेगा कर्मियों ने मानदेय में अभी के लिए 70% बढ़ने की मांग की है। लेकिन मंत्री जी ने मानदेय में तत्काल 30%बढ़ातोरी पर बात की है। कर्मियों को हड़ताल को अवधि का मानदेय उनके अवकाश में समायोजित किया जायेगा। वही उनके साथ किसी भी प्रकार की करवाई नही की जायेगी। इन सारे मुद्दो पर सोमवार को घोषण की जायेगी।

इतने दिनो बाद हड़ताल खत्म होने से विकास कार्यों में तेजी देखने को मिलेगी।

मनरेगा में मुख्य रूप से चार तरह के लोग काम करते है। इनमे कंप्यूटर ऑपरेटर , ग्राम रोजगार सेवक, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी और इंजीनियर। इतने लोगो के एक साथ हड़ताल में शामिल होने से पूरा काम ठप हो गया था। राज्य में दोनो संघों के अध्यक्ष महेश सोरेन और जॉन पीटर बागो ने कहा की मंत्री और सचिव स्तर से मांग को लेकर सहमति बन चुकी है।

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