नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जर्मनी की प्रसिद्ध गायिका कैसेंड्रा माई स्पिटमैन (कैस्मे) द्वारा भारतीय संस्कृति को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए उनकी प्रशंसा की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कैस्मे जैसी प्रतिभाएं सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उनके समर्पित प्रयासों के माध्यम से, भारत की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत को दुनिया भर में पहचान मिली है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“भारतीय संस्कृति के प्रति दुनिया की जिज्ञासा लगातार बढ़ रही है, और कैस्मे जैसी कलाकारों ने इस सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूत करने में अहम योगदान दिया है। उनके प्रयासों ने भारत की सांस्कृतिक गहराई और विविधता को उजागर करने में मदद की है।”
कौन हैं कैस्मे?

जर्मनी की कैसेंड्रा माई स्पिटमैन, जिन्हें प्यार से कैस्मे कहा जाता है, जन्म से दृष्टिहीन हैं। लेकिन उनकी संगीत प्रतिभा अद्वितीय है। कैस्मे मलयालम, तमिल, कन्नड़ सहित 12 भारतीय भाषाओं में भक्ति गीत गाती हैं, जिससे उन्होंने भारतीय संगीत प्रेमियों के दिलों में खास जगह बना ली है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भी कैस्मे का विशेष उल्लेख किया था। इसके अलावा, उन्होंने कैस्मे से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात भी की, जिसके बाद से उनके जीवन और करियर में एक नया मोड़ आया और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।
निष्कर्ष
कैस्मे जैसी कलाकारों के समर्पण और भारत के प्रति उनके प्रेम को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि भारतीय संस्कृति की सुंदरता और गहराई को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाने में वह एक महत्वपूर्ण सेतु का कार्य कर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उनकी सराहना, भारत और विश्व के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक प्रेरणादायक संकेत है।