रामगढ़: रजरप्पा थाना क्षेत्र से अपहृत युवती की बरामदगी को लेकर इलाके में तनाव बढ़ता जा रहा है। इस मामले में सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। युवती को केरल से वापस लाने की मांग को लेकर उन्होंने पहले प्रशासन को 72 घंटे का समय दिया था। इसके बाद 24 फरवरी को मशाल जुलूस निकालकर सरकार और पुलिस प्रशासन को चुनौती दी।
मंगलवार सुबह 6 बजे सांसद और उनके समर्थकों ने रामगढ़-बोकारो राष्ट्रीय राजमार्ग-23 को चितरपुर प्रखंड में जाम कर दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जनाक्रोश को देखते हुए जिला प्रशासन हरकत में आया और सांसद को 72 घंटे के भीतर युवती की वापसी का आश्वासन दिया, जिसके बाद चक्का जाम खत्म किया गया।

प्रशासन की लापरवाही पर सांसद ने जताया रोष
चक्का जाम के बाद सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “यदि पुलिस ने पहले ही तेजी दिखाई होती, तो जनता को सड़क पर नहीं उतरना पड़ता। यह घटना लगभग 15 दिन पहले हुई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आज के आंदोलन के बाद प्रशासन को झुकना पड़ा।”
सांसद ने यह भी कहा कि प्रशासनिक उदासीनता के कारण समाज में अफवाहें फैल रही हैं और जनता में आक्रोश बढ़ रहा है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कड़ी सतर्कता बरती जानी चाहिए।
शांति व्यवस्था के लिए फ्लैग मार्च
चितरपुर प्रखंड में तनाव को देखते हुए डीसी चंदन कुमार, एसपी अजय कुमार सहित जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिस बल के साथ करीब पांच किलोमीटर तक फ्लैग मार्च किया। इस दौरान प्रशासन ने बंद समर्थकों से अपनी दुकानें खोलने की अपील की।
इसके अलावा, जिस मोहल्ले में अपहृत युवती और आरोपी युवक का घर है, वहां भी फ्लैग मार्च कर शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही युवती को सुरक्षित वापस लाया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।