रांची में सभी रूफटॉप बार और रेस्टोरेंट की जांच 5 दिनों के भीतर की जाएगी। यह जांच सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि ये स्थान संबंधित नियमों और मानकों का पालन कर रहे हैं।
रांची के अलग अलग इलाकों में बहुत सारे रुपटॉप बार व रेस्टोरेंट नियमों का खिलाफ जाकर चलाया जा रहा है।रूपटॉप पर ओपन बार रेस्टुरेंट में रोजाना पार्टी का माहोल बनया जाता है, लेकिन इसमें से कई भवनों का नक्शा नही है।
ऐसे में निगम प्रशासक संदीप सिंह ने टाउन प्लानर को 5 दिनो के अंदर शहर में चल रही सभी रूफटॉप बार रेस्टुरेंट की जांच का आदेश दिया है। इसके लिए एक इंजीनियर की टीम भी तयार कर ली गई है। कहा गया है की उन सभी चीजों का जांच स्पष्ट रूप से वैसे भवन जिसमे रुपटॉप बार – रेस्टोरेंट चल रहे है, बिल्डिंग, बायलॉज के मापदंडों के तहत उनकी जांच को जाए।इस जांच में ये देखा जायेगा की जिस बिल्डिंग की छत पर बार रेस्टुरेंट का संचालन हो रहा है, वह व्यावसायिक है या
आवसायि । इसके अलावा ब्रांच के प्रभारी उप प्रशासक को कहा गया है की जिन भवनों पर रुपटॉप टैक्स कमर्शियल रेट से तय करे। जिस भवनों का टैक्स नहीं भरा गया है उनका टैक्स वसुला जाए।
अपर प्रशासक को जांच रिपोर्ट और होल्डिंग टैक्स की रिपोर्ट लेकर हाईकोर्ट में प्रति शपथ पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया गया है।
वही झारखंड बिल्डिंग बायलॉज 2016 में किसी भी बिल्डिंग में रूफटॉप बार रेस्टोरेंट को चलाने के लिए अलग से कोई नियम नहीं बनया गया है।
इसी कारण से नगर निगम ने भी आज तक एक भी रूफटॉप बार रेस्टोरेंट का अलग से नक्शा पास नही किया और न ही एनओसी दिया है। वही बताते चले की बायलॉज के अनुसार जिस बिल्डिंग की छत के 20% हिस्से पर तिरपाल डालकर अस्थाई संचारना बनी है तो उसे आवसायि माना जायेगा।
कोरोना के बाद लोग परिवार के साथ रूफटॉप वाले रेस्टोरेंट जाने को कुछ ज्यादा ही पसंद करने लगे हैं।