सड़क दुर्घटना में घायल ब्रह्मदेव प्रसाद और उनकी पत्नी रजनी देवी ने अपने-अपने नामांकन दाखिल किए, जनता के प्रति सेवा और समर्पण का संकल्प |

सड़क दुर्घटना में घायल ब्रह्मदेव प्रसाद और उनकी पत्नी रजनी देवी ने अपने-अपने नामांकन दाखिल किए, जनता के प्रति सेवा और समर्पण का संकल्प |

77-विश्रामपुर-मंझिआंव विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रणभूमि में एक अनोखा और प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला, जब सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल ब्रह्मदेव प्रसाद ने व्हीलचेयर पर बैठकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ उनकी पत्नी रजनी देवी ने भी अपने पक्ष से नामांकन दाखिल किया। इस साहसिक कदम ने पूरे क्षेत्र में उनकी जनता के प्रति निष्ठा और समर्पण की मिसाल कायम कर दी है।

हाल ही में हुए सड़क हादसे में ब्रह्मदेव प्रसाद को गंभीर चोटें आईं, जिससे उनका स्वास्थ्य अभी भी नाजुक है। इसके बावजूद, अपने क्षेत्र के प्रति उनकी सेवा भावना में कोई कमी नहीं आई। दुर्घटना के बाद भी जनता के हित को सर्वोपरि रखते हुए उन्होंने नामांकन के लिए जाने का फैसला किया। उनके साथ उनकी पत्नी रजनी देवी ने भी जनता की सेवा के अपने संकल्प के तहत अलग से नामांकन दाखिल किया। इस तरह, दोनों ने व्यक्तिगत तौर पर क्षेत्र के विकास और सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रकट किया है।

इस मौके पर ब्रह्मदेव प्रसाद ने भावुक होकर कहा, “मेरे स्वास्थ्य की तकलीफों से ज्यादा मेरे लिए जनता का विश्वास और उनके प्रति मेरी जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है। मुझे आप सभी के आशीर्वाद और समर्थन की आवश्यकता है ताकि इस चुनौतीपूर्ण समय में आगे बढ़ सकूं।” उनके साहसिक कदम ने क्षेत्र के लोगों को गहराई से प्रभावित किया, जिन्होंने इस अवसर पर उनका जोरदार स्वागत किया और उनके प्रति समर्थन जताया।

नामांकन दाखिल करने के दौरान समर्थकों की भारी भीड़ के बीच ब्रह्मदेव प्रसाद और रजनी देवी का यह संयुक्त प्रयास लोगों के दिलों को छू गया। रजनी देवी ने अपने पति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होकर सेवा के प्रति समर्पण का जो संदेश दिया, वह समाज के लिए एक मिसाल बन गया है। उन्होंने कहा, “हम दोनों ने यह कदम जनता की सेवा के लिए उठाया है। यह सिर्फ चुनाव का हिस्सा नहीं है, बल्कि क्षेत्र की जनता के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है।”

ब्रह्मदेव प्रसाद और उनकी पत्नी का यह साहस और सेवा भाव क्षेत्र में एक नई प्रेरणा की लहर लेकर आया है। स्वास्थ्य चुनौतियों के बावजूद, दोनों का जनता के प्रति यह समर्पण, उनकी दृढ़ता और सेवा भावना ने यह साबित कर दिया है कि सच्चे संकल्प के आगे कोई भी कठिनाई आड़े नहीं आती।

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