रांची: झारखंड आंदोलन के प्रणेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन का आज सुबह दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में निधन हो गया। 81 वर्षीय शिबू सोरेन के निधन की खबर से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। झारखंड सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।
आज शाम 5 बजे उनका पार्थिव शरीर विशेष विमान से दिल्ली से रांची लाया जाएगा। उससे पहले ही रांची के मोरहाबादी स्थित उनके निजी आवास पर नेताओं, समर्थकों और शुभचिंतकों की भारी भीड़ उमड़ने लगी है।
सुबह से ही विधायक, पूर्व मंत्री, जनप्रतिनिधि और आमजन गुरुजी को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पहुंच रहे हैं। जैसे-जैसे दिन बीतता गया, भीड़ का आकार भी बढ़ता चला गया। मुख्यमंत्री आवास और सचिवालय क्षेत्र में भी शोक का माहौल है।
दोपहर के बाद रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री और एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने मोरहाबादी स्थित आवास पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वहीं खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष जयनंदु, विधायक उमाकांत रजक, मालंगी कालिंदी, पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी, जमशेदपुर से रमेश हांसदा और ओरमांझी से कई शुभचिंतक अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है। आवास के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। वहीं, आवास के भीतर प्रवेश के लिए सिक्योरिटी गेट की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा, शिबू सोरेन आवास तक जाने वाले मार्गों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है और इन स्थानों पर भी अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है, ताकि अंतिम दर्शन के दौरान कोई अव्यवस्था न हो।
सभी की आंखों में गुरुजी के प्रति सम्मान और श्रद्धा साफ़ नजर आ रही है।