गुमला: गुमला शहर में पुलिस ने एक बड़ी आपराधिक साजिश को नाकाम करते हुए तीन कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो शहर में दहशत फैलाने और रंगदारी वसूलने की योजना बना रहे थे। यह घटना 27 अप्रैल की रात गुमला थाना क्षेत्र के अरमई इलाके में हुई। गिरफ्तार अपराधियों में तस्लीम अंसारी उर्फ भौरा, जावेद अंसारी, और मो. जावेद शामिल हैं। ये तीनों अपराधी पूर्व में भी गंभीर अपराधों में शामिल रहे हैं और कई बार जेल जा चुके हैं। तस्लीम अंसारी उर्फ भौरा को 2012 में गुमला में रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
जानकारी के अनुसार, 18 अप्रैल को गुमला के एक व्यवसायी से ‘स्थ्प्’ (अपराधी गिरोह) के नाम पर लेवी की मांग की गई थी, जिसके बाद गुमला थाना में कांड संख्या 124/25 दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक त्वरित कार्रवाई दल (QRT) का गठन किया गया, जिसने 27 अप्रैल को तीनों अपराधियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देशी कट्टा, तीन पीस 315 बोर की गोली, एक 12 बोर बंदूक की गोली और एक ग्लैमर मोटरसाइकिल (नंबर JH01E-9094) बरामद की है।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार अपराधी गुमला शहर में फायरिंग कर दहशत फैलाने और फिर व्यापारियों से रंगदारी वसूलने की योजना बना रहे थे। इन तीनों पर पहले भी हत्या प्रयास, रंगदारी, लूट और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर आरोपों में कई प्राथमिकी दर्ज हैं। तस्लीम अंसारी के खिलाफ गुमला, नगड़ी और धुर्वा थाना में कुल चार मामले दर्ज हैं, जावेद अंसारी पर तीन और मो. जावेद पर सात गंभीर मामले दर्ज हैं।

पुलिस ने इनकी स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जल्द ही पूरे गिरोह को सलाखों के पीछे डाला जाएगा।
छापामारी दल में शामिल अधिकारी:
- पु0अ0नि0 शरद कुमार
- पु0अ0नि0 तरूण कुमार
- पु0अ0नि0 जहॉगीर खान
- पु0अ0नि0 राजेन्द्र कुमार
- गुमला थाना सशस्त्र बल एवं QRT टीम
गुमला पुलिस की इस त्वरित और साहसिक कार्रवाई से शहरवासियों में राहत की भावना है, और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी तेज हो गई है।