रांची: झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा रांची जिला प्रशासन द्वारा संचालित “सीटी बजाओ अभियान 2.0” शिक्षा के क्षेत्र में एक अभिनव और प्रभावशाली पहल के रूप में सामने आया है। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री के मार्गदर्शन में यह अभियान न केवल सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने का कार्य कर रहा है, बल्कि ठहराव (Retention) और शिक्षा की गुणवत्ता को भी नई ऊंचाइयों तक ले जा रहा है।

🔔 क्या है “सीटी बजाओ अभियान 2.0”?
यह अभियान बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है, जिसमें स्कूल के हाउस कैप्टन और क्लास मॉनिटर रोज़ाना सुबह गांव, टोले और कस्बों में जाकर सीटी बजाते हैं। इस गतिविधि से बच्चों में स्कूल को लेकर उत्साह बढ़ रहा है और उपस्थिति में भी लगातार सुधार हो रहा है।
📍 अभियान की पृष्ठभूमि और विस्तार
- इस पहल की शुरुआत सिमडेगा जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हुई थी।
- सफलता के बाद इसे 2024 में पूरे झारखंड में लागू किया गया।
- रांची में इसे “सीटी बजाओ अभियान 2.0” के रूप में और व्यापक रूप से क्रियान्वित किया गया है।

🎯 मुख्य उद्देश्य
- छात्रों की उपस्थिति बढ़ाना
- ड्रॉपआउट दर में कमी लाना
- 100% नामांकन सुनिश्चित करना (5 से 18 वर्ष के बच्चों का)
- शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार
- समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देना
📢 प्रमुख गतिविधियाँ
- सीटी बजाने की पहल: हर स्कूल में मॉनिटर/कैप्टन द्वारा सुबह बच्चों को बुलाने की व्यवस्था।
- “रांची स्पीक्स” कार्यक्रम: कक्षा 1-5 के छात्र मिड-डे मील व शिक्षा पर भाषण देते हैं, जबकि 6-8 के छात्र “सीटी बजाओ अभियान” जैसे विषयों पर।
- “Back to School” अभियान: स्कूल रूआर 2025 के तहत 1003 गैर-नामांकित बच्चों को स्कूल से जोड़ने का प्रयास।
- सामुदायिक सहभागिता: सरस्वती वाहिनी, माता समिति, मुखिया और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी से शिक्षा के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी बढ़ाई जा रही है।
📈 अभियान के परिणाम
- उपस्थिति में सुधार: विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली उपस्थिति में उल्लेखनीय वृद्धि।
- ड्रॉपआउट में कमी: छात्रों का स्कूल में ठहराव बढ़ा।
- शिक्षा की गुणवत्ता:
- IDEAL कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा 1-5 में गतिविधि-आधारित शिक्षण शुरू किया गया है।
- NEP 2020 के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए योजनाबद्ध शिक्षण।
- संवाद कौशल में विकास: “रांची स्पीक्स” के माध्यम से बच्चों में आत्मविश्वास और कम्युनिकेशन स्किल में सुधार।
🔧 भविष्य की योजनाएं
- डिजिटल उपस्थिति प्रणाली की शुरुआत।
- शिक्षकों के प्रशिक्षण को प्राथमिकता।
- स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास (शौचालय, पीने का पानी, शिक्षण सामग्री आदि)।
- निरंतर निगरानी और मूल्यांकन की व्यवस्था।
🗣️ उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री का संदेश
“सीटी बजाओ अभियान 2.0 केवल एक अभियान नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है। हमारा लक्ष्य है कि रांची जिले का हर बच्चा स्कूल जाए और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करे। यह पहल बच्चों, शिक्षकों और समुदाय के सहयोग से झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।”
📞 सम्पर्क करें:
अबुआ साथी – 9430328080
रांची जिला प्रशासन का व्हाट्सएप नंबर (जन शिकायत हेतु)
यह पहल एक उदाहरण है कि सही नीति, सक्रिय प्रशासन और सामुदायिक भागीदारी से शिक्षा में कैसे बदलाव लाया जा सकता है।