धनबाद में कांग्रेस पार्टी के दो गुटों के बीच तनाव उस समय चरम पर पहुंच गया, जब आपसी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। पार्टी के जिला कार्यकारी अध्यक्ष रसीद रजा के पुत्र और भाई पर दूसरे गुट के कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगा है। घटना के दौरान कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों को भी निशाना बनाया गया। उन पर लोहे की रॉड से वार किया गया और उनके कैमरे क्षतिग्रस्त कर दिए गए।
राजनीतिक विवाद बना हिंसक झड़प का कारण
घटना रणधीर वर्मा चौक की है, जहां कांग्रेस के दो गुट आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों के बीच कहासुनी जल्द ही हाथापाई में बदल गई और फिर लोहे की रॉड, पाइप और हेलमेट से एक-दूसरे पर हमला शुरू हो गया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि इलाके को जाम कर दिया गया और चौक देखते ही देखते एक रणभूमि में तब्दील हो गया।
पत्रकारों पर हमला, कैमरा तोड़ा गया
पत्रकार जब मौके पर कवरेज के लिए पहुंचे, तो स्थिति संभालने की बजाय और बिगड़ गई। कार्यकारी अध्यक्ष के परिजनों ने पत्रकारों पर भी हमला कर दिया। एक मीडियाकर्मी घायल हुआ है, जबकि कई कैमरे तोड़ दिए गए। इस हमले से पत्रकार समुदाय में जबरदस्त रोष है।
कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं के बीच गांधी सेवा सदन में भी झड़प
जानकारी के मुताबिक, दूसरे गुट के नेता जान बचाने के लिए गांधी सेवा सदन में शरण लेने पहुंचे, लेकिन हमला यहीं नहीं रुका। कार्यकारी अध्यक्ष के समर्थक वहां भी पहुंच गए और अंदर जाकर हमला जारी रखा।
पुलिस की कार्रवाई और कांग्रेस नेता की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को किसी तरह नियंत्रित किया। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि मामले की जांच शुरू हो गई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस नेता नवनीत नीरज कुमार ने इस पूरे घटनाक्रम पर खेद जताया है और पत्रकारों पर हमले के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि पार्टी अनुशासन की अवहेलना करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
आम लोग डरे, पत्रकार संघ नाराज़
घटना से स्थानीय लोग काफी डरे-सहमे नजर आए। सड़क पर बवाल और हिंसा ने आमजन को भी प्रभावित किया। वहीं, पत्रकार संघ ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से दोषियों को शीघ्र सजा देने की मांग की है।