सोमवार 2 सितम्बर को एक दुःखद घटना सामने आई है|

सोमवार 2 सितम्बर को एक दुःखद घटना सामने आई है|

सोमवार 2 सितम्बर को एक दुःखद घटना सामने आई है, जिसमें उत्पाद सिपाही 10 किलोमीटर की दौड़ के दौरान 12 कैंडिडेट की मौत हो गई। राज्य के अलग अलग जिले से मौत की घटना सामने आ रही है ।
22 अगस्त से अलग अलग 7 केंद्रों पर शुरू हुआ था ये फिजिकल टेस्ट ।इसमें झारखंड इस्थिथ झारखंड जगुआर, टेंडर ग्राम रातु, पुलिस केंद्र गिरिधी, जेपीटीएस पदमा, चियांकी हवाईअड्डा मेदनीनगर, सीटीसी सियासपुर मुसाबनी , जप 9 परिसर साहेबगंज शामिल है।
बता दे की जेएसएससी इस बार कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 में 583 पदों के लिए बहाली निकाला है।
जिसमे लड़कों के लिए 1 घंटे में 10 km दौड़ना है और वही लड़कियों के लिए 40 मिनट में 5 km हैं। वही अभी भी 100 से अधिक कैंडिडेट की हालत खराब है और उनका इलाज चल रहा है ।सारे घटनाओं को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बावरी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सवाल करते हुए कहा की आखिर क्यों उन कैंडिडेट कि पोस्टमार्टम नही कराई जा रही है जिनका दौड़ के दौरान मौत हुआ है ।


वही इसके बाद झामुमू के केंद्र महासचिव सुप्रो भट्टाचार्य ने कहा की ये नियम रघुवर दास के शासनकाल में बनाई गई थी पर ये एक चिंताजनक विषय है।
स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल, मौतों के कारणों की जांच की जा रही है, और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस दुखद घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, प्रशासन ने मृतक कैंडिडेट्स के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने का आश्वासन दिया है।
ये सब देखते हुए प्रशासन ने तीन दिन के लिए परीक्षा रोकने और नियम बदलने न निर्णय लिया।
सोमवर को हेमंत सोरेन ने कहा की उत्पाद सिपाही भर्ती परीक्षा में प्रतिभागियों की असमियक मृत्यु दुखद और मामहर्त करने वाली है।उन्होंने आदेष्टदेते हुए कहा की भर्ती परीक्षा को तीन दिन के लिए स्थागित कर दे।


उन्होंने ये भी कहा की पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बनाई गई नियामवली की तुरंग समीक्षा होगी। परीक्षा के लिए दौड़ का आयोजन अब सुबह 9 बजे के बाद नहीं होगा। सभी स्थल
पर प्रतिभागियों के लिए नाश्ता और फल का व्यवस्था होगी, ताकि वे खाली पेट दौड़ में शामिल नहीं हो।
साथ ही युवाओं की मृत्यु के कारणों की समीक्षा करने के लिए डॉक्टर्स को समिति बनाकर रिपोर्ट देने को कहा है।
वही इस बात की भी जानकारी मिली है की पोस्टमार्टम में पता चला कि दौड़ने से बढ़ रहा है बीपी और इसी कारण कैंडिडेट हो रहे है हार्ट अटैक के शिकार।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *