रांची: सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले से स्ट्रीट डॉग्स की आज़ादी पर डॉग लवर्स के बीच खुशी की लहर है। राजधानी रांची में इस फैसले का जश्न एक बेहद अलग अंदाज़ में देखने को मिला। यहां आठ साल की बच्ची कायरा मिश्रा ने पहाड़ी मंदिर पहुंचकर भोलेनाथ को 101 नारियल अर्पित किए और बाबा का जलाभिषेक कर आशीर्वाद लिया।
कायरा का बेजुबानों से गहरा रिश्ता
कायरा का जानवरों से लगाव कोई नया नहीं है। महज चार साल की उम्र से ही वह सड़क पर घायल और लाचार बेजुबानों को घर लाकर उनकी देखभाल करती रही है। कई स्ट्रीट डॉग्स आज उसके परिवार का हिस्सा बन चुके हैं। कायरा उन्हें अपने भाइयों की तरह मानती है और हर साल रक्षाबंधन पर इन बेजुबानों को राखी भी बांधती है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खुश होकर कायरा ने समाज से अपील की है कि सभी लोग इन मासूम जानवरों को प्यार और संरक्षण दें।
सुप्रीम कोर्ट का हालिया फैसला
कुछ दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि दिल्ली के सभी स्ट्रीट डॉग्स को शेल्टर हाउस में रखा जाए। इस फैसले का पशु प्रेमियों ने कड़ा विरोध किया। विरोध को देखते हुए शीर्ष अदालत ने अपना आदेश बदलते हुए कहा कि पकड़े गए कुत्तों को नसबंदी और टीकाकरण के बाद उनके मूल स्थान पर छोड़ा जाए।
समाज को संदेश
कायरा मिश्रा ने अपने इस अनोखे जश्न के ज़रिए संदेश दिया है कि इंसान और जानवर दोनों को साथ मिलकर जीने का हक है। वह चाहती है कि लोग बेजुबानों के दर्द को समझें और उन्हें परिवार का हिस्सा मानें।