दिल्ली, मुंबई, पटना और हिमाचल के मंडी समेत कई राज्यों में मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त। दिल्ली में जलभराव से ट्रैफिक जाम, मंडी में तीन लोगों की मौत। IMD ने जारी किया रेड अलर्ट।
भारत मौसम समाचार | मानसून 2025 अपडेट:
देश के कई राज्यों में मॉनसून की बारिश ने एक बार फिर जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। दिल्ली, मुंबई, पटना, भोपाल और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में लगातार बारिश से जलजमाव, यातायात अवरोध, और मौतों की खबरें सामने आई हैं।
दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश, जलभराव से परेशानी
मंगलवार सुबह से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों गाजियाबाद, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा में तेज बारिश जारी है। ITO, धौला कुआं, पटेल नगर, नरैना, विजय चौक, रोहिणी और जंगपुरा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया, जिससे ऑफिस जाने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बुराड़ी में हालत और भी खराब है। कई सड़कें पूरी तरह पानी में डूब चुकी हैं और गड्ढे दिखाई नहीं दे रहे, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
ट्रैफिक एडवाइजरी जारी
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जखीरा रेलवे अंडरपास और रोड नंबर 40 सहित कई क्षेत्रों में ट्रैफिक डायवर्ट किया है। यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने और लाइव अपडेट्स पर नजर रखने की सलाह दी गई है।
IMD का रेड अलर्ट और राहत की उम्मीद
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है।
हालांकि, बारिश से उमस और प्रदूषण में राहत मिली है।
CPCB के अनुसार, सुबह 9 बजे दिल्ली का AQI “संतोषजनक” श्रेणी में दर्ज किया गया।
- बीते 24 घंटे में 8 मिमी बारिश हुई।
- न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
मुंबई, पटना और भोपाल भी जलमग्न
मुंबई में भारी बारिश से ट्रैफिक जाम और जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
हाई टाइड को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है।
भोपाल और पटना के निचले इलाकों में भी जलभराव की खबरें हैं।
देहरादून में भी बारिश का सिलसिला जारी है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी में त्रासदी, 3 की मौत
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में तेज बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
जेल रोड क्षेत्र में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक महिला अभी भी लापता बताई जा रही है।
मंडी डीसी अपूर्व देवगन ने बताया कि:
- कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
- प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
- राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है।
- राहत शिविर बनाए गए हैं और सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है।