गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह जिले के तिसरी अंचल में उस समय हिंसा भड़क उठी जब अधिकारियों ने बंधक बनाए गए सीओ को छुड़ाने के लिए तिसरी अंचल कार्यालय का दौरा किया। इस दौरान अधिकारियों और किसान जनता पार्टी (KJP) के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई, जिसके बाद स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई। पत्थरबाजी और पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के कारण कई लोग घायल हो गए, जबकि कई वाहन, जिनमें सीओ की गाड़ी भी शामिल थी, क्षतिग्रस्त हो गए।
यह घटना तिसरी अंचल कार्यालय के बाहर हुई, जहां किसान जनता पार्टी के कार्यकर्ता रजिस्टर-2 की सत्यापित प्रति की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे थे। जब अधिकारियों को इस बारे में जानकारी मिली, तो पुलिस बल को भेजा गया। जैसे ही अधिकारी CO को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे, आंदोलनकारियों के साथ उनकी झड़प शुरू हो गई और मामला बढ़ते हुए पत्थरबाजी तक पहुंच गया। इस दौरान कई लोग घायल हो गए और परिसर में खड़ी कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं।

पुलिस ने स्थिति को काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिससे किसान जनता पार्टी के अवधेश सिंह सहित कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने अब और अधिक बल तैनात किया है, लेकिन प्रखंड परिसर में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
धरने की पृष्ठभूमि
किसान जनता पार्टी के अनुसार, यह धरना तिसरी अंचल के अधिकारियों द्वारा ‘रजिस्टर-2’ की सत्यापित प्रति न देने के विरोध में चल रहा है। यह मुद्दा तब से लंबित है जब 27 फरवरी 2024 को झारखंड उच्च न्यायालय ने संबंधित आदेश जारी किया था। इसके बावजूद, अधिकारियों द्वारा बार-बार टालमटोल किया जा रहा था, जिससे आंदोलनकारियों में गुस्सा बढ़ता गया और उनका धरना 20 दिनों से जारी है।
अब जबकि पुलिस बल अधिक तैनात किया जा चुका है, स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन इलाके में अभी भी तनाव बना हुआ है।