Bokaro: झारखंड के बोकारो जिले में नक्सल प्रभावित क्षेत्र ललपनिया के लुगु बुरू पहाड़ी के पास हाल ही में हुई मुठभेड़ के बाद नक्सलियों में खौफ का माहौल है। इसी कड़ी में भाकपा माओवादी की सक्रिय सदस्य महिला नक्सली सुनीता मुर्मू उर्फ लीलमुनि मुर्मू ने सोमवार, 28 अप्रैल को पुलिस और सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
सुनीता मुर्मू ने बोकारो कैंप-2 स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी, अपर समाहर्ता मो. मुमताज, सीआरपीएफ 154 बटालियन के कमांडेंट, बेरमो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और सीआरपीएफ 26 बटालियन के अधिकारियों की मौजूदगी में सरेंडर किया।

लुगु बुरू मुठभेड़ में बची थी जान, फिर किया सरेंडर
सुनीता मुर्मू 21 अप्रैल को ललपनिया थाना क्षेत्र के लुगु बुरू पहाड़ी की तलहटी में हुई भीषण मुठभेड़ का हिस्सा थी। मुठभेड़ के दौरान वह किसी तरह जान बचाकर फरार हो गई थी। सरेंडर के दौरान सुनीता ने स्वीकार किया कि वह लगातार मुठभेड़ों में मारे जाने के डर से मानसिक तनाव में थी और उसने मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया।

8 नक्सलियों का ढेर, इनामी प्रयाग दा समेत कई ढेर
गौरतलब है कि 21 अप्रैल को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच लगभग पांच घंटे तक मुठभेड़ चली थी। इस ऑपरेशन में एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग दा उर्फ विवेक समेत कुल आठ नक्सलियों को ढेर कर दिया गया था। मारे गए नक्सलियों में 10 लाख का इनामी साहेब राम मांझी और 3 लाख के इनामी अरविंद यादव भी शामिल थे।
नक्सली संगठन में सक्रिय थी सुनीता
पुलिस के अनुसार, सुनीता मुर्मू भाकपा माओवादी संगठन में सक्रिय रूप से कार्यरत थी और कई वारदातों में शामिल रही है। आत्मसमर्पण के बाद अब उससे पूछताछ कर संगठन से जुड़े अन्य सदस्यों और गतिविधियों की जानकारी जुटाई जा रही है।